Shiv chaisa Secrets
Shiv chaisa Secrets
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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
भोर भी होगी क्यों डरते हो दुःख की रातो से,
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
सुबह सुबह ले शिव shiv chalisa in hindi का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ॥
अंत काल को भवसागर में उसका बेडा पार हुआ॥
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
शिव जी तो है बड़े दयालु देंगे दोनों हाथो से,
वेद more info माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद Shiv chaisa नहिं पाई॥
सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम